जनपद में धूमधाम से मनी गांधी जयंती

कन्नौज, सिद्धार्थ गुप्ता। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने कहा था कि मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए, मानवता सागर के समान है यदि सागर की बूंदें गंदी हैं तो पूरा सागर गंदा नहीं हो सकता है, खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि खुद को दूसरों की सेवा में खोजों, यही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।


उक्त उद्गार आज जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार मिश्र ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 151वीं जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुये उपस्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुये व्यक्त किये, उन्होंने कहा गांधी जी जब भारत में विदेश से लौटे, जो उनके विदेश का अनुभव तथा यहां का जो अनुभव था, इस अनुभव को लेकर जब गांधी जी हमारी आजादी की लड़ाई में शामिल हुये तो गांधीजी ने आंदोलन को जन आंदोलन का रूप दिया और पहली बार इस लड़ाई में सभी ने प्रतिभाग किया, कोई अलग-अलग नेतृत्व नहीं था और इस लड़ाई को अहिंसा की लड़ाई का रूप दिया गया, उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में इससे बड़ा कोई योगदान नहीं हो सकता है कि इसकों जन-जन की लड़ाई में बदल दिया।


अपर जिलाधिकारी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी ने एक बात कही थी कि लगन के साथ जो कार्य किया जाता है उसका परिणाम बहुत अच्छा आता है, उन्होंने कहा हम सब लोगों को समय का प्रयोग करना चाहिए कब समय बीत जाये इसका हम लोगों को पता भी नहीं चलेगा, उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने एक विशाल जन सभा की, जिसमें जनता से आवाह्न किया कि आप सब लोग एक दिन का उपवास रखकर गेंहू अपने खेतों में पैदा कर उसका प्रयोग करें, जिस पर शास्त्री जी ने भी सप्ताह में सोमवार को एक दिन का व्रत रखना प्रारम्भ कर दिया था और बचत करने के लिये सारा काम स्वयं ही करते थे।


इससे पूर्व जिलाधिकारी ने झण्डा फहराने के उपरान्त वृक्षारोपण किया, उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी खादी के कपड़े पहनते थे, हमें आज यह संकल्प लेना होगा कि यदि हम खादी के कपड़े नहीं पहन सकते हैं तो कम से कम पालीथीन के रोकथाम हेतु कपड़े के थैले लेकर बाजार जाने की आदत डालनी चाहिए, यह भी गांधी जी के लिये सच्ची श्रद्धांजलि होगी, इस कार्य में जनमानस को जागरूक होकर आगे आना होगा।


 श्री मिश्र ने यह भी कहा कि यदि हम गांधी जी के सिद्धान्तों का पालन करते हैं तो यह देश की आजादी में प्रतिभाग करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने देश की आजादी के लिये कठिन परिश्रम कर बलिदान भी दिया था।


इस दौरान जे.पी. गर्ल्स इण्टर कालेज, केकेसीएन इण्टर कालेज आदि विद्यालयों के छात्र व छात्राओं द्वारा रामधुन के साथ ही साथ गांधीजी के जीवन पर आधारित गीतों का आयोजन किया गया तथा जिलाधिकारी द्वारा कु. मुस्कान, जैनब अंसारी, देबेश, तनुज, आदि छात्र छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।


इस अवसर पर अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट हरीराम यादव, वरिष्ठ कोषाधिकारी, एवं कलेक्ट्रेट कार्यालय के अन्य कर्मचारियों द्वारा गांधीजी की जीवन पर आधारित विचार व्यक्त किये गये, इस दौरान नाजिर तथा कलेक्ट्रेट के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।